Flyer | कॉर्नियल संक्रमण: अंधापन रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करें!
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अक्सर मरीज़ दर्दनाक लाल आंखों की शिकायत लेकर फार्मेसी स्टाफ़ और सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के पास जाते हैं।अगर उनकी कॉर्निया पर सफेद दाग दिखाई दे, तो उन्हें कॉर्नियल संक्रमण हो सकता है। यदि आप तुरंत कार्रवाई करते हैं, तो आप अंधापन और आंख की हानि को रोक सकते हैं।
आंख की जांच कैसे करें
आंख को करीब से किसी टॉर्च की रोशनी और आवर्धन (जैसे मोबाइल कैमरा) से देखें। मरीज से ऊपर, नीचे, दाएं और बाएं देखने के लिए कहें। यदि आंख में इतना दर्द है कि मरीज उसे खोलने में असमर्थ है, तो तुरंत उन्हें आंखों के क्लिनिक या विशेषज्ञ के पास भेजें।
कॉर्निया क्या है?
एक स्वस्थ आंख में, कॉर्निया एक पारदर्शी क्षेत्र है, जो पुतली (काले रंग की ) और आईरिस (भूरे रंग की) के सामने होता है।
कॉर्नियल संक्रमण को कैसे पहचानें
संक्रमण का संकेत: कॉर्निया पर किसी भी सफेद दाग के साथ लालिमा और दर्द।
संक्रमण का प्रारंभिक चरण: कॉर्निया पर सफेद दाग और अन्य जगहों पर लालिमा।
संक्रमण का उन्नत चरण: बड़े सफेद दाग के साथ कॉर्निया के निचले हिस्से में मवाद का जमाव।
क्या करें
अगर मरीज को सफेद दाग, लालिमा और दर्द है:
✔️ मरीज को तुरंत नेत्र विशेषज्ञ के पास रेफर करें। उन्हें 24 घंटे के अंदर दिखाना आवश्यक है। पता और दिशा समझाएं।
✔️ ब्रॉड-स्पेक्ट्रम एंटीबायोटिक आई ड्रॉप शुरू करें, जिसे हर 1-2 घंटे में लगाना है, जब तक वे विशेषज्ञ को नहीं दिखा देते।
✔️ मरीज को समझाएं कि आंखों में ड्रॉप कैसे डालें, और ध्यान दें कि आई ड्रॉप की नोक आंख को न छुए।
क्या न करें
अगर मरीज को सफेद दाग, लालिमा और दर्द है, तो उन्हें निम्नलिखित का उपयोग नहीं करना चाहिए:
X स्टेरॉयड आई ड्रॉप, जैसे कि प्रेडनिसोलोन या डेक्सामेथासोन।
X गैर-स्वच्छ तैयारियां।
अगर सफेद दाग है लेकिन लालिमा या दर्द नहीं है
• यह संभवतः संक्रमण नहीं है।
• मरीज को मोतीबिंदु (कैटरेक्ट) (बाईं ओर) या कॉर्नियल निशान (दाईं ओर) हो सकता है।
• उन्हें सलाह के लिए नेत्र विशेषज्ञ के पास भेजें।